शहीद जवानों के हथियार भी ले भागे नक्सली आतंकवादी
बीजापुर । छत्तीसगढ़ इनकाउंटर में 24 जवानों की शहादत से पूरे देश में दुख के साथ-साथ गुस्से की लहर है। तमाम मजबूत संसाधनों के बावजूद बेखौफ नक्सली आतंकी एक बार फिर जघन्य घटना को अंजाम देने में सफल हो गए। इस वारदात पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल यह है कि जब सुरक्षा एजेंसियों को 5 दिन पहले ही नक्सलियों की तैयारियों के बारे में सूचना प्राप्त हो गई थी, तब कार्रवाई में देरी क्यों हुई?।
नक्सल प्रभावित तर्रेम थाना क्षेत्र के जोन्नागुड़ा के जंगल में शनिवार दोपहर फोर्सेज और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में कुल 24 जवान शहीद हुए हैं। रविवार दोपहर तक 24 जवानों के शव निकाले जाने की बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने पुष्टि की है।
डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि गांव के करीब और जंगल में जवानों के शव मिले हैं। आतंकवादी उनके हथियार कपड़े और जूते तक ले गए। उन्होंने कहा 15 से ज्यादा जवान लापता हैं। वहीं अब तक 31 घायल जवानों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने दावा किया है कि कम से कम इस मुठभेड़ में 15 नक्सली भी मारे गए हैं।
नक्सली आतंकी 20 से अधिक हथियार लूट ले गए
बीजापुर मुठभेड़ के बाद 20 से अधिक जवानों के हथियार उनके शवों के पास से गायब मिले हैं। नक्सली जवानों की हत्या करने के बाद हथियार लूट गए हमले का मास्टरमाइंड” बटालियन नंबर एक का हेड” हिडामा बताया जा रहा है।
बीजेपी नेता के अलावा दो अन्य को किया गया गिरफ्तार
उधर पूर्व विधायक धनीराम पुजारी के बेटे व भाजपा की दंतेवाड़ा जिला इकाई के उपाध्यक्ष जगत पुजारी का नक्सली कनेक्शन सामने आया है। इस मामले में नक्सलियों को ट्रैक्टर मुहैया कराने के आरोप में जगत के अलावा एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है। जगत एक दर्शक से अधिक समय से नक्सलियों को सामान मुहैया करा रहा था। जगत और उसके साथी ने 5,00000 ₹ इनाम वाले नक्सली नेता अजय आलमी के लिए ट्रैक्टर खरीदा था। पुलिस ने 9,10000 ₹ मूल्य का नया ट्रैक्टर भी बरामद किया है। इन सभी से आगे की पूछताछ की जाएगी।